उत्तराखंड के उत्तरकाशी में शनिवार शाम बादल फटने से नौगांव इलाके में अचानक बाढ़ आ गई और भूस्खलन हुआ। मलबा आने से नौगांव बाजार में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। जानकारी के मुताबिक, मलबे से एक मकान दब गया और कीचड़ भरा पानी आधा दर्जन से ज्यादा घरों में घुस गया। घटना के बाद दिल्ली-यमुनोत्री राजमार्ग बंद कर दिया गया, जिससे उत्तराखंड के इस क्षेत्र में यातायात जाम हो गया।
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सीएम ने ली हालात की जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तरकाशी जिले के नौगांव इलाके में भारी बारिश से नुकसान की खबर मिलने पर मैंने तुरंत जिला अधिकारी से बात की और उन्हें युद्ध स्तर पर बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया। धामी ने कहा कि उन्होंने प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनको हर संभव मदद पहुंचाने के स्पष्ट निर्देश दिये हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
जिलाधिकारी (डीएम) प्रशांत आर्य ने बताया कि शाम को यमुना घाटी के सेवरी फाल पट्टी में बादल फटा और जल धारा में आए उफान से मलबा नीचे की ओर बहने लगा, जिससे निचले इलाकों में नुकसान हुआ। जिला प्रशासन, राज्य और राष्ट्रीय आपदा राहत बल ने प्रभावित इलाके में बचाव अभियान शुरू कर दिया है। आर्य ने कहा कि प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है।
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बह गए कई वाहन
डीएम ने कहा कि जब बादल फटने की घटना हुई, तो भारी बारिश की आशंका के कारण कई लोग पहले ही अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगह जा चुके थे। देवलसारी जलधारा में आए उफान से एक मिक्सर मशीन और कुछ दोपहिया वाहन बह गए। एक कार भी मलबे में दब गई। नौगांव बाजार में पानी के साथ मलबा आने से अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। इससे दिल्ली-यमुनोत्री राजमार्ग बंद हो गया और यातायात जाम हो गया। बर्कोट निरीक्षक राजेश जोशी के नेतृत्व में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और बचाव और राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।