नई दिल्ली: Vice President Election: भारत के अगले उपराष्ट्रपति कौन होंगे? इसके लिए 9 सितंबर को चुनाव होगा. इस चुनाव के लिए एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल और तमिलनाडु के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है. जबकि दूसरी ओर विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज बी. सुदर्शन रेड्डी हैं. मुकाबला इन्हीं दोनों में होना है. दोनों अपने-अपने दल में समर्थन जुटाने में जुटे हैं. इस बीच शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोले.
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए शनिवार को अपना समर्थन विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को देने का ऐलान कर दिया.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करके उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पार्टी के समर्थन की बात कही. उन्होंने बताया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने उनसे संपर्क कर उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के समर्थन का अनुरोध किया है. ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ‘एआईएमआईएम’ ने इस अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और वे न्यायमूर्ति रेड्डी का समर्थन करेंगे.
ओवैसी ने अपनी पोस्ट में लिखा, “न्यायमूर्ति रेड्डी एक हैदराबादी हैं और एक सम्मानित न्यायविद के रूप में उनकी पहचान है. मैंने उनसे व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं.” उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना से जुड़े होने के नाते यह समर्थन उनके लिए गर्व की बात है.
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बता दें कि ‘इंडिया’ ब्लॉक ने न्यायमूर्ति रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है, जहां वे एनडीए के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. ओवैसी के समर्थन की घोषणा तेलंगाना की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही है, क्योंकि एआईएमआईएम के समर्थन से न्यायमूर्ति रेड्डी की स्थिति मजबूत हो सकती है.
ओवैसी ने इस कदम को संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र की रक्षा से जोड़ा है, जो कि उनके अनुसार रेड्डी के करियर का आधार रहा है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह निर्णय पार्टी के सिद्धांतों और क्षेत्रीय पहचान को दर्शाता है.
उधर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और अन्य राजनीतिक हलकों में इस समर्थन को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होने वाला है, और इस घोषणा से चुनावी माहौल और गर्म हो गया है.