Penny Stock News: न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में लिस्ट होने वाली भारत की पहली कंपनी सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज (Silverline Technologies) की किस्मत बदलती नजर आ रही है। कंपनी का मुनाफा इस साल पहली तिमाही में 555 गुना बढ़ा है, जिसके बाद बीएसई में इसके शेयर सीधे Upper Circuit पर पहुंच गए।
Software Technology और कंसल्टिंग सेक्टर की कंपनी सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (BSE – 500389) के शेयर ने निवेशकों को चौंका दिया है। बीते कुछ दिनों से कंपनी का शेयर लगभग ₹10 के आसपास कारोबार कर रहा था। लेकिन जैसे ही कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे घोषित किए, शेयर बाजार में इसका रुख बदल गया और स्टॉक सीधे अपर सर्किट को छू गया।
Stock Market में क्या रही चाल?
बीएसई में कल सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज का शेयर ₹10.41 पर बंद हुआ था। आज सुबह यह 2% चढ़कर ₹10.61 पर खुला और इसके साथ ही स्टॉक अपर सर्किट में फंस गया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस स्टॉक का प्राइस बैंड सिर्फ 2% का है, यानी थोड़ी सी भी तेजी आते ही यह अपर सर्किट पर पहुंच गया।
कंपनी का तिमाही रिजल्ट (Q1FY26 Result)
कंपनी के तिमाही नतीजों ने निवेशकों का ध्यान खींचा है।
- ऑपरेटिंग रेवेन्यू (Revenue):
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू बढ़कर ₹100.08 करोड़ पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि में यह सिर्फ ₹75 लाख था। यानी साल-दर-साल (YoY) आधार पर रेवेन्यू में 100 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। - शुद्ध लाभ (Net Profit):
कंपनी का नेट प्रॉफिट इस तिमाही में ₹11.14 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह मात्र ₹2 लाख था। यानी शुद्ध लाभ में लगभग 555 गुना उछाल आया है। - ईपीएस (EPS):
इस तिमाही के लिए कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) ₹7.15 रही, जो पिछली तिमाही की तुलना में उल्लेखनीय सुधार है।
सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज क्या करती है?
सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड पहले सिल्वरलाइन इंडस्ट्रीज लिमिटेड के नाम से जानी जाती थी। यह कंपनी वैश्विक स्तर पर सॉफ्टवेयर, बिजनेस सॉल्यूशंस और टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग सेवाएं प्रदान करती है।
- यह NYSE (न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज) में लिस्ट होने वाली भारत की पहली कंपनी थी।
- वर्ष 2002 में NASSCOM ने इसे भारत की 7वीं सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी का दर्जा दिया था।
- कंपनी का 28 वर्षों से अधिक का अनुभव है और इसने वर्ष 2000 में करीब 3700 सलाहकारों के साथ Fortune 100 कंपनियों को सेवाएं दी थीं।
- इसके ग्राहक अमेरिका, भारत, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, हांगकांग, जापान और मिस्र जैसे देशों में हैं।
- कंपनी के मुख्य सेक्टर: रिटेल, कंज्यूमर गुड्स, कंस्ट्रक्शन मैटेरियल, बैंकिंग, इंश्योरेंस, हाई-टेक, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल और हॉस्पिटैलिटी।
निष्कर्ष
सिल्वरलाइन टेक्नोलॉजीज के तिमाही नतीजों ने शेयर बाजार में उत्साह भर दिया है। 555 गुना मुनाफा और 100 गुना से ज्यादा रेवेन्यू ग्रोथ ने इस छोटे पेनी स्टॉक को चर्चा में ला दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के पास ग्लोबल क्लाइंट बेस और लंबे अनुभव का फायदा है, लेकिन चूंकि यह एक लो-प्राइस स्टॉक है, इसलिए इसमें निवेश करने से पहले जोखिम का आकलन करना जरूरी है।
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