अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलंबिया पर नए Tarrif लगाने की घोषणा की है। यह कदम ड्रग तस्करी के आरोपों और सुरक्षा मुद्दों को लेकर उठाया गया है। अमेरिका के इस फैसले ने दोनों देशों के बीच आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों में नई खटास पैदा कर दी है। विशेषज्ञ इसे द्विपक्षीय व्यापार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नीति में अहम बदलाव मान रहे हैं।
Tarrif बढ़ाने का कारण
व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिका ने कोलंबिया पर टैरिफ बढ़ाया है क्योंकि अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार कोलंबिया से ड्रग तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कोलंबियाई राष्ट्रपति को “ड्रग लीडर” करार दिया। अमेरिका का कहना है कि कोलंबिया से ड्रग्स के जरिए अमेरिका में सुरक्षा खतरा बढ़ रहा है। बढ़े टैरिफ का असर कोलंबियाई एक्सपोर्ट और व्यापारिक संबंधों पर पड़ सकता है।
आर्थिक और कूटनीतिक प्रभाव
इस फैसले से कोलंबिया और अमेरिका के बीच कूटनीतिक और आर्थिक संबंध प्रभावित होंगे।
- व्यापारिक दबाव: कोलंबियाई उत्पादों पर टैरिफ बढ़ने से निर्यात प्रभावित हो सकता है।
- साझेदारी पर असर: दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सुरक्षा सहयोग पर संकट आने की संभावना।
- वैश्विक बाजार: टैरिफ वृद्धि से कोलंबियाई और अमेरिकी बाजार में मूल्य स्थिरता प्रभावित हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से अमेरिका ने अपने सुरक्षा दृष्टिकोण को प्राथमिकता दी है, लेकिन इससे आर्थिक और कूटनीतिक दबाव भी बढ़ सकता है।
कोलंबिया की प्रतिक्रिया
कोलंबियाई अधिकारियों ने अमेरिका के इस कदम पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा, लेकिन टैरिफ वृद्धि से द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित हो सकता है। कोलंबिया ने अमेरिका के आरोपों को लेकर अपने बचाव और स्पष्टीकरण की तैयारी शुरू कर दी है। विदेश नीति विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम दोनों देशों के बीच बातचीत और समझौते की प्रक्रिया को प्रभावित करेगा।