तेलंगाना सरकार ने राज्य के दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखते हुए एक महत्वाकांक्षी पहल — “Telangana Rising 2047” — की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य है कि वर्ष 2047 तक तेलंगाना को एक प्रगतिशील, नवाचार-प्रधान और समावेशी राज्य बनाया जाए।सरकार ने इसके लिए एक नागरिक सर्वे शुरू किया है, जिससे आम जनता की राय सीधे नीति-निर्माण में शामिल की जा सके।
क्या है “Telangana Rising 2047” योजना?
यह पहल राज्य के अगले 25 वर्षों की विकास रणनीति को तय करने के लिए बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि, उद्योग, और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सुधार के लिए रोडमैप तैयार करेगी।
मुख्य फोकस क्षेत्र:
- सस्टेनेबल डेवलपमेंट (Sustainable Development)
- टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में निवेश
- ग्राम विकास और शहरी योजनाएं
- पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी
नागरिक सर्वे की भूमिका
इस सर्वे का उद्देश्य राज्य के नागरिकों से उनकी ज़रूरतों, प्राथमिकताओं और विचारों को जानना है। लोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सर्वे में भाग ले सकते हैं।
सर्वे में शामिल विषय —
- शिक्षा और रोजगार के अवसर
- स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता
- बुनियादी ढांचे में सुधार
- महिलाओं और युवाओं की भागीदारी
सरकार का कहना है कि इस सर्वे से प्राप्त डेटा के आधार पर “Telangana Rising 2047” की नीतियों को जनता-केंद्रित बनाया जाएगा।
जनभागीदारी से बनेगा भविष्य का तेलंगाना
तेलंगाना सरकार का मानना है कि राज्य का विकास तभी संभव है जब हर नागरिक अपनी राय और सुझाव दे सके। इस सर्वे के जरिए आम लोगों को विकास नीति में साझेदार (Stakeholder) के रूप में शामिल किया जा रहा है। यह कदम शासन में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को भी मजबूत करेगा। सरकार का लक्ष्य है कि इस पहल से तेलंगाना को वर्ष 2047 तक भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल किया जा सके। “Telangana Rising 2047” केवल एक योजना नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए विकास का विज़न है।