जांजगीर-चांपा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आज कलेक्टर एवं जल जीवन मिशन के अध्यक्ष जन्मेजय महोबे ने विस्तृत समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, कार्यपालन अभियंता आदित्य प्रताप सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर महोबे ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत जिन गांवों का कार्य पूर्ण हो चुका है, वहां हर घर जल अभियान के तहत नियमित रूप से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी 135 प्रमाणीकृत गांवों में जल प्रदाय योजनाएं पूरी क्षमता से संचालित हों, ताकि प्रत्येक घर तक स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना के कार्य निर्धारित मापदंडों और गुणवत्ता के अनुसार समय पर पूरे किए जाएं। कलेक्टर ने बिजली आपूर्ति से संबंधित तकनीकी समस्याओं पर विशेष ध्यान देने को कहा और संबंधित विभागों को प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान प्रगतिरत समूह जल प्रदाय योजनाओं की स्थिति पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जहां भी कार्य में बाधा आ रही है, उसका निराकरण शीघ्र किया जाए ताकि सभी योजनाएं निर्धारित समय सीमा में पूर्ण हो सकें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से प्रत्येक योजना की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली और ग्राम पंचायतों को मिशन संचालन की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से सौंपने के निर्देश दिए।
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कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि आगामी राज्योत्सव से पहले जिले की सभी जल प्रदाय योजनाएं पूर्ण रूप से चालू हो जानी चाहिएं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध एवं नियमित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजना है, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्ध क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने और प्रतिदिन की प्रगति की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य न केवल पेयजल की आपूर्ति करना है, बल्कि ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना भी है।
इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी, अभियंता एवं अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।