प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करने वाले हैं। इस अवसर पर देशभर के छात्रों, शिक्षकों और टेक्नोलॉजी जगत की निगाहें प्रधानमंत्री के इस संबोधन पर टिकी हैं। यह कार्यक्रम न केवल शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह “नवभारत निर्माण” की दिशा में युवाओं की भूमिका को रेखांकित करने वाला मंच भी बनेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण विशेष रूप से इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि भारत वर्तमान में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और स्टार्टअप इनोवेशन के दौर से गुजर रहा है। IIT गुवाहाटी जैसे शीर्ष संस्थान इस परिवर्तन के केंद्र में हैं, जहाँ से भविष्य के वैज्ञानिक, इंजीनियर और उद्यमी निकलते हैं।
IIT गुवाहाटी: पूर्वोत्तर भारत का तकनीकी गौरव
1994 में स्थापित IIT गुवाहाटी ने बहुत कम समय में देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है। यह संस्थान न केवल तकनीकी शिक्षा का केंद्र है, बल्कि ग्रीन टेक्नोलॉजी, वॉटर मैनेजमेंट, और सस्टेनेबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में भी अग्रणी शोध कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से उम्मीद की जा रही है कि यह क्षेत्र में नए शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग के द्वार खोलेगा।
प्रधानमंत्री का संदेश: “युवा ही हैं आत्मनिर्भर भारत की ताकत”
प्रधानमंत्री मोदी अपने हर भाषण में युवाओं को देश के विकास का आधार बताते आए हैं। IIT गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह में वे छात्रों को न केवल नवाचार (Innovation) बल्कि नेतृत्व (Leadership) की भावना को भी अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। वे संभवतः “Make in India”, “Digital India”, और “Startup India” जैसी सरकारी पहलों के संदर्भ में यह बताएंगे कि कैसे युवा अपनी टेक्निकल स्किल्स के माध्यम से भारत को वैश्विक टेक हब बना सकते हैं।
भविष्य की दिशा: तकनीक और मानवीय मूल्यों का संगम
प्रधानमंत्री मोदी के पिछले भाषणों की तरह यह उम्मीद की जा रही है कि उनका संबोधन सिर्फ तकनीकी प्रगति तक सीमित नहीं रहेगा। वे युवाओं को यह भी प्रेरित करेंगे कि कैसे टेक्नोलॉजी के साथ मानवीय मूल्यों को जोड़कर भारत को विश्वगुरु बनाया जा सकता है।
इसके साथ ही वे IIT गुवाहाटी में चल रहे प्रोजेक्ट्स जैसे —
AI आधारित बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली, स्मार्ट सिटी इनोवेशन सेंटर,और ग्रीन एनर्जी रिसर्च लैब्स का उल्लेख करते हुए छात्रों को इन पहलों में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं|
असम और पूर्वोत्तर के लिए नई संभावनाएं
प्रधानमंत्री का यह दौरा केवल शैक्षणिक नहीं बल्कि क्षेत्रीय विकास के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। वे संभवतः असम और पूर्वोत्तर भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्किल डेवलपमेंट, और रोजगार सृजन से जुड़े नए प्रोजेक्ट्स की घोषणा कर सकते हैं। इससे क्षेत्र के युवाओं को न केवल शिक्षा बल्कि उद्योग और अनुसंधान के क्षेत्र में अवसर मिलेंगे।
समापन विचार
IIT गुवाहाटी का यह दीक्षांत समारोह केवल एक शैक्षणिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि नए भारत के निर्माण की दिशा में एक प्रतीकात्मक कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन लाखों युवाओं को यह संदेश देगा कि “सपने सिर्फ देखे नहीं जाते, उन्हें तकनीक और परिश्रम से साकार किया जाता है।” यह समारोह आने वाले वर्षों में भारत की तकनीकी प्रगति, आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व की नई कहानी लिखने की प्रेरणा बनेगा।


