बाल झड़ना आज के समय में हर उम्र और जेंडर की आम समस्या है। महंगे शैंपू और केमिकल युक्त हेयर केयर प्रोडक्ट्स कई बार इस समस्या को खत्म करने में नाकाम रहते हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक नुस्खे एक सुरक्षित और असरदार विकल्प साबित हो सकते हैं।
क्यों होता है बाल झड़ना?
एमडी डॉ. अंकित अग्रवाल के अनुसार, बाल झड़ना सिर्फ स्कैल्प तक सीमित नहीं है। यह आपके पाचन, तनाव और आंतरिक स्वास्थ्य में असंतुलन का संकेत हो सकता है।
3 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो बदल देंगी बालों की किस्मत
डॉ. अंकित के मुताबिक, सिर्फ तीन चीजों की मदद से आप बाल झड़ना कम कर सकते हैं और नए बालों की ग्रोथ बढ़ा सकते हैं:
त्रिफला – आंतों को हेल्दी रखती है, मेटाबॉलिज्म बैलेंस करती है और हेयर फॉल कम करती है।
भृंगराज – बालों को जड़ से मजबूत करता है और समय से पहले सफेद होने से रोकता है।
मुलेठी – स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है और बालों की जड़ों में जान लौटाती है।
इस्तेमाल का तरीका
इन तीनों को बराबर मात्रा में पीसकर पाउडर बना लें।
रोज़ रात को एक चम्मच इस मिश्रण को गुनगुने पानी या दूध के साथ लें।
लगातार 21 दिन तक इसका सेवन करने से बाल झड़ना कम हो जाएगा और नए बाल आने लगेंगे।
आयुर्वेद का फायदा
आयुर्वेदिक इलाज साइड इफेक्ट्स से मुक्त होते हैं और लंबे समय तक असर बनाए रखते हैं। हालांकि, इनके रिजल्ट्स धीरे-धीरे आते हैं, लेकिन यह समस्या को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं।
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नेचुरल तरीकों से बालों की देखभाल करना न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि लंबे समय तक आपको स्वस्थ और घने बाल भी देता है।