राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहाँ एक निजी बस में भीषण आग लगने से 21 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा मंगलवार देर रात जैसलमेर-जोधपुर हाइवे पर हुआ, जब बस में सवार यात्री जोधपुर जा रहे थे। घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया और प्रशासन से लेकर आम जनता तक शोक की लहर दौड़ गई।
कैसे हुआ हादसा
प्राथमिक जांच के अनुसार, बस के इंजन में शॉर्ट सर्किट होने से आग भड़क उठी। देखते ही देखते पूरी बस आग की लपटों में घिर गई। चालक और कुछ यात्रियों ने खिड़कियाँ तोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन कई लोग आग की चपेट में आने से नहीं बच पाए।दमकल विभाग की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
राहत और बचाव कार्य जारी
जैसलमेर प्रशासन और पुलिस ने मौके पर राहत अभियान चलाया। घायल यात्रियों को जैसलमेर जिला अस्पताल और जोधपुर AIIMS में भर्ती कराया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने तत्काल राहत के रूप में प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹10 लाख और घायलों को ₹2 लाख की सहायता राशि की घोषणा की।
राज्य में शोक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। विपक्षी दलों ने भी घटना पर शोक जताया और राज्य सरकार से सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने की मांग की।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद राज्य के परिवहन विभाग पर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कई बस ऑपरेटर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करते, जिससे इस तरह की घटनाएँ बार-बार घट रही हैं। सरकार ने अब बसों की फिटनेस और वायरिंग सिस्टम की जांच के लिए विशेष अभियान शुरू करने का ऐलान किया है।