IFS Anjali: सपनों को हकीकत में बदलने के लिए सिर्फ कड़ी मेहनत ही नहीं, बल्कि धैर्य और लगन भी जरूरी होती है। यही साबित किया है IFS अंजलि ने, जिन्होंने UPSC IFS परीक्षा में ऑल इंडिया 9वीं रैंक हासिल कर महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल कायम की है। आज उनकी सफलता न सिर्फ छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा है बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए भी एक संदेश है जो सीमाओं को तोड़कर अपने सपनों की उड़ान भरना चाहती हैं। हालांकि उनकी इस सफलता में योगदान अंजली की मां का भी रहा। जहां परिवार ने बेटी अंजली की शादी कर उसे दूसरे घर विदा करने की तैयारी कर ली थी, वहीं उनका मां ने बेटी के सपने को पूरा करने के लिए शादी ही रोक दी।
कोरबा में थानेदार के घर चौथी बार चोरी, अलमारी तोड़कर जेवर-नकदी गायब
शिक्षा और शुरुआती जीवन
मध्य प्रदेश की अंजलि सोंधिया ने यूपीएससी की भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा 2024 में देश में 9वीं रैंक हासिल की है, जिससे वह पूरे राज्य में टॉप करने वाली भी बनीं। एक छोटे से गांव से आने वाली अंजलि ने बिना किसी कोचिंग के इस परीक्षा को पास किया है, और उन्होंने यह उपलब्धि कई मुश्किलों का सामना करने के बाद हासिल की है।
संघर्ष और चुनौतियाँ
अंजलि का सफर एक साधारण परिवार से शुरू हुआ। बचपन से ही उनकी रुचि पढ़ाई में रही। लेकिन छोटी उम्र में पिता के निधन हो जाने के बाद परिजनों ने 15 साल की उम्र में ही अंजलि की सगाई करा दी। फिर भी अंजली ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। हालांकि इसी बीच उनकी शादी की तारीख तय कर दी गई। कार्ड छपने ही वाले थे। लेकिन उनकी मां ने अपनी बेटी के सपनों को चुना, न कि उनकी शादी को।
कोरबा चौपाल में युवक का महिलाओं पर विवादित बयान, गांव में तनाव का माहौल
यूपीएससी की तैयारी
वर्ष 2016 में 12वीं पास करने के बाद अंजलि ने यूपीएससी की तैयारी करना शुरु कर दिया। साल 2021, 2022 और 2023 में लगातार यूपीएससी की प्रीलिम्स में फेल होने के बाद भी अंजली ने हार नहीं मानी। उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों, नोट्स बनाकर खुद से पढ़ाई की। चौथे प्रयास में उन्होंने आईएफएस परीक्षा पास कर ली। साल 2024 में उन्होंने 9वीं रैंक हासिल की।
मां हैं मिसाल
अंजली की मां भी किसी मिसाल से कम नहीं। लड़कियों का रिश्ता टूटना जहां, अभिश्राप की तरह माना जाता है। वहीं अंजली की मां ने उनकी सगाई तोड़ दी और कहा, ‘वह पढ़ेगी और शादी तभी होगी जब वो खुद चाहेगी।”