Central government ने देशभर में टोल प्लाजा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। अब से कोई भी टोल प्लाजा नगरपालिका या नगर परिषद की सीमा से 10 किलोमीटर के भीतर स्थापित नहीं किया जाएगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्यों और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को स्पष्ट आदेश दिया है कि नए प्रोजेक्ट्स और मौजूदा टोल प्लाजा की समीक्षा इस नियम के तहत की जाए। इस फैसले से जुड़ी अधिक जानकारी और आधिकारिक नोटिस आप सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
शहरों के नजदीक टोल प्लाजा से परेशान थे लोग
लंबे समय से आम नागरिक शिकायत कर रहे थे कि शहर और कस्बों के आसपास बने टोल प्लाजा से उन्हें भारी परेशानी होती है।
- स्थानीय निवासियों को रोजाना छोटी दूरी तय करने के लिए भी टोल टैक्स देना पड़ता है।
- कई बार तो शहर के भीतर से गुजरने वाले वाहनों को भी टोल प्लाजा पार करना पड़ता है, जिससे खर्च और समय दोनों बढ़ जाते हैं।
- टोल प्लाजा के पास अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे यात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ता है।
सरकार ने आम जनता की इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए यह नया नियम लागू किया है।
नए नियम से होगा बड़ा फायदा
इस नियम से सीधे तौर पर शहर और कस्बों के लोगों को राहत मिलेगी।
- स्थानीय यात्रियों को राहत – अब उन्हें हर बार टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा।
- समय की बचत – शहर के अंदर और आसपास लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।
- पैसे की बचत – बार-बार होने वाला टोल खर्च खत्म होगा।
- यातायात व्यवस्था में सुधार – ट्रैफिक का दबाव शहरों से बाहर की ओर रहेगा, जिससे आवाजाही आसान होगी।
सरकार करेगी सख्त निगरानी
मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिया है कि किसी भी नए टोल प्लाजा की योजना मंजूर करते समय इस नियम का पालन अनिवार्य हो। वहीं, जो टोल प्लाजा पहले से ही नगर सीमा के भीतर बनाए गए हैं, उनकी समीक्षा की जाएगी। अगर वे नियमों का उल्लंघन कर रहे पाए गए तो उन्हें हटाने या स्थानांतरित करने पर विचार किया जाएगा।
विशेषज्ञों की राय
परिवहन विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।
- हाईवे पर चलने वाले वाहनों को आसान और तेज सफर मिलेगा।
- स्थानीय स्तर पर होने वाले विरोध और विवाद कम होंगे।
- सरकार और NHAI की विश्वसनीयता बढ़ेगी क्योंकि यह फैसला सीधे तौर पर जनता के हित में है।
अर्थव्यवस्था और विकास पर असर
इस फैसले से न केवल आम जनता को राहत मिलेगी बल्कि आर्थिक स्तर पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
- जाम कम होने से ईंधन की बचत होगी।
- समय बचने से व्यापार और परिवहन गतिविधियाँ तेज़ होंगी।
- हाईवे के विकास में पारदर्शिता और भरोसा बढ़ेगा।
जनता की प्रतिक्रिया
देश के कई हिस्सों में इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग सरकार की इस पहल की तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह फैसला लंबे समय से उनकी मांग रही थी और अब जाकर उनकी परेशानी को गंभीरता से सुना गया है।
टोल प्लाजा से जुड़े आम सवाल
Q1. क्या पुराने टोल प्लाजा जो नगर सीमा के भीतर हैं, उन्हें हटाया जाएगा?
हां, सरकार ने ऐसे टोल प्लाजा की समीक्षा का आदेश दिया है। जरूरत पड़ने पर उन्हें हटाने या दूसरी जगह शिफ्ट करने पर विचार किया जाएगा।
Q2. नया नियम कब से लागू होगा?
यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू हो चुका है और भविष्य में बनने वाले सभी टोल प्लाजा इसी गाइडलाइन के तहत बनाए जाएंगे।
Q3. इस फैसले से आम जनता को क्या फायदा होगा?
स्थानीय लोगों को बार-बार टोल टैक्स से छुटकारा मिलेगा, समय और पैसे दोनों की बचत होगी। साथ ही शहरों में जाम भी कम होगा।
Q4. क्या यह नियम पूरे भारत पर लागू होगा?
हां, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने पूरे देश में इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं।
Q5. क्या हाईवे उपयोग करने वालों को अब भी टोल देना होगा?
जी हां, हाईवे पर लंबी दूरी तय करने वाले वाहनों को सामान्य रूप से टोल देना होगा, लेकिन शहर सीमा में रहने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी।
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