छत्तीसगढ़ के कोरबा रेलवे स्टेशन पर जीएम तरुण प्रकाश के प्रस्तावित दौरे की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही थीं, लेकिन उनके आने से कुछ घंटे पहले ही कार्यक्रम अचानक रद्द कर दिया गया। इसके बावजूद रेलवे अधिकारी और कर्मचारी स्टेशन की साफ-सफाई, रंग-रोगन और अधूरे काम को पूरा करने में जुटे रहे। जीएम के आने की सूचना पर स्टेशन के मुख्य द्वार और सेकंड एंट्री पर पुताई व पेंटिंग की गई। अधूरे काम जल्द निपटाने के लिए कर्मचारी दिन-रात जुटे रहे। बंद पड़े सेकंड एंट्री टिकट घर को खोला गया और पुताई की जा रही थी। वहीं सीढ़ियों पर लगे रेलिंग को भी नया रंग दिया गया।
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रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जीएम का दौरा रद्द कर दिया गया है और नई तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है। स्टेशन प्रबंधक एस.के. पांडे ने कहा कि अगले आदेश आने पर ही जीएम के कोरबा प्रवास की जानकारी दी जाएगी। जीएम के दौरे की तैयारियों के तहत कुछ दिन पहले ही रेलवे अधिकारी कोरबा पहुँच चुके थे। उन्होंने स्टेशन और रेलवे साइडिंग का निरीक्षण किया था। साथ ही नई रेल लाइन से संबंधित जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
आदर्श स्टेशन का दर्जा, लेकिन सुविधाएँ अधूरी
एक जून 2016 को कोरबा रेलवे स्टेशन को आदर्श स्टेशन के रूप में उन्नयन के लिए लोकार्पित किया गया था। उस समय लोकसभा सांसद रहे स्वर्गीय बंसीलाल महतो, विधायक जयसिंह अग्रवाल और महापौर रेणु अग्रवाल मौजूद थे। हालाँकि आज भी स्टेशन के सेकंड एंट्री की स्थिति संतोषजनक नहीं है। यहाँ टिकट काउंटर अक्सर बंद रहता है और ट्रेन आने पर ही कभी-कभार खुलता है। वाहन स्टैंड पर भी छज्जा या उचित निर्माण नहीं है, जिससे बरसात और गर्मी में वाहन मालिकों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अलावा कोयला साइडिंग से जुड़ी जगहों पर पानी निकासी की समस्या है। गंदा पानी और राखड़ जमा हो जाता है, जिससे यात्रियों को आने-जाने में दिक्कत होती है।
जीएम के आगमन की सूचना पर स्थानीय लोग और रेलवे से जुड़ी समितियाँ भी उनसे मिलने और अपनी समस्याएँ व मांगें रखने की तैयारी में थीं। लेकिन दौरा रद्द होने से अब सबको नई तारीख का इंतजार करना होगा।