कोरबा : जिले के कटघोरा एवं कोरबा वन मंडल में बड़ी संख्या में मौजूद जंगली हाथी ग्रामीण किसानों के धान फसल को लगातार नुकसान पहुंचा रहे है। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। वन विभाग द्वारा हाथियों के उत्पात पर रोकने के लिए अपनी ओर से भरपूर प्रयास किया जा रहा है। लेकिन उसमें सफलता नही मिल पा रही है।
फलस्वरूप वन्य क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण किया नुकसानी सहने को मजबूर है। जानकारी के अनुसार कटघोरा वन मंडल के एतमा नगर रेंज में सर्वाधिक 46 हाथी सक्रिय है। जो दो झुंडो में बंट कर लगातार ग्रामीणों के खेतो में पहुंच जा रहा रहे है। और वहां लगे धान के पौधो को उत्पात मचाकर रौंदने के साथ तहस नहस कर दे रहे है। यह सिलसिला काफी दिनों से चल रहा है। जिससे ग्रामीण हलाकान है। इसी तरह जटगा में 8 तथा केंदई में 28 हाथी सक्रिय है। जिनके द्वारा लगातार फसलो को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस बीच जीपीएम जिले के मारवाही क्षेत्र से धमके दो दंतैल हाथी पसान रेंज के जंगलो में विचरण करने तथा बरदा पखना व अन्य गांव में उत्पात मचसने के बाद अब केंदई के जंगल पहुंच गए है।
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उत्पाती दंतैल हाथियों के क्षेत्र में पहुंचने से जहां ग्रामीणों में हडक़प मच गया है। वहीं वन विभाग की परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि उसे विशेष सतकर्ता बरतने पड़ रही है। दंतैल हाथी कभी भी आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जाते है। और घरों को निशाना बनाने के साथ उसे ध्वस्त भी देते है। इसलिए दंतैल हाथियों के उत्पात को रोकना वन विभाग के लिए चुतौती बन रहा है। इधर कोरबा वन मंडल के कुदमुरा क्षेत्र में विचरण रत 7 हाथियों का समूह अब चचिया से आगे बढक़र कुदमुरा जंगल पहुंच गया है। गजदल ने यहां के कक्ष क्रमांक 1139 में पहुंचने से पूर्व रास्ते में कई ग्रामीणों को खेतो में धान फसल को रौंद दिया है। पीडि़त ग्रामीणो द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी के आकलन जुट गए है।