दिल्ली के हृदय में स्थित राष्ट्रपति भवन के पास मंगलवार दोपहर अचानक आग लगने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना सुरक्षा और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाती है। हालांकि, दमकल विभाग की तेजी और तत्परता के कारण बड़ी क्षति टल गई। इस आर्टिकल में हम घटना के सभी पहलुओं, प्रभावित क्षेत्रों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
राष्ट्रपति भवन के पास भीषण आग, सुरक्षा में चूक की आशंका
दिल्ली के राष्ट्रपति भवन परिसर के समीप स्थित एक बहुमंजिला इमारत में मंगलवार दोपहर अचानक भीषण आग लग गई, जिससे आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना गेट नंबर 31 के पास स्थित नर्मदा अपार्टमेंट की फ्लैट नंबर 19 में हुई। आग की लपटों और धुएं के कारण इलाके में भारी हलचल देखी गई।
दमकल विभाग की तत्परता से आग पर काबू पाया गया
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली दमकल सेवा ने पांच फायर टेंडर मौके पर भेजे। दमकल कर्मियों की तत्परता से आग पर लगभग 2:15 बजे काबू पा लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है ।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
नर्मदा अपार्टमेंट में आग लगने के बाद सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। निवासियों का कहना है कि पार्किंग क्षेत्र में लकड़ी के फर्नीचर और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी गई थी, जो आग फैलने का कारण बनी। सुरक्षा उपायों की कमी और रखरखाव की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की जा रही है।
राष्ट्रपति भवन परिसर की संवेदनशीलता
राष्ट्रपति भवन परिसर देश की सबसे महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों में से एक है। यहां उच्च सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है। ऐसी स्थिति में, इस परिसर के पास आग लगना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।