ऑनलाइन सट्टेबाजी (Online Betting) से जुड़े एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है।ईडी ने कांग्रेस के एक विधायक के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान करीब 40 किलो सोना और भारी मात्रा में नकदी जब्त की है।इस कार्रवाई ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और विपक्ष ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम ने शुक्रवार देर रात से ही विधायक के कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी।यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और Online Batting नेटवर्क से जुड़े मामले में की गई।छापों के दौरान एजेंसी ने सोना, विदेशी करेंसी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
मिली संपत्ति और शुरुआती जांच रिपोर्ट
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जब्त किया गया सोना 40 किलो से अधिक का है, जिसकी कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये बताई जा रही है।ईडी अधिकारियों के अनुसार, यह संपत्ति ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के माध्यम से अवैध कमाई का हिस्सा हो सकती है।एजेंसी अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस नेटवर्क का संबंध राजनीतिक फंडिंग से भी है।
कांग्रेस विधायक की सफाई
इस बीच, आरोपी विधायक ने सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया है।उन्होंने कहा कि “मैं निर्दोष हूं, यह कार्रवाई विपक्षी दबाव में की गई है।”हालांकि, ईडी ने यह स्पष्ट किया है कि सभी दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
राजनीतिक हलचल और विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है।विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर “भ्रष्टाचार को संरक्षण देने” का आरोप लगाया है,वहीं कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बताया है।राज्य सरकार ने फिलहाल इस मामले में किसी भी टिप्पणी से परहेज़ किया है।
ईडी की अगली कार्रवाई की तैयारी
ईडी अब इस मामले से जुड़े अन्य व्यापारियों और राजनीतिक संपर्कों की भी जांच कर रही है।संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी ठिकानों पर छापेमारी की जा सकती है।एजेंसी के मुताबिक, यह नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के जरिए काले धन को सफेद करने का प्रयास किया जा रहा था।