CG News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में झोलाछाप और मेडिकल संचालकों की मनमानी से एक बड़ा हादसा सामने आया है. यहां दवा लेने पहुंचे 7 वर्षीय मासूम को मेडिकल संचालक ने जबरन इंजेक्शन लगा दिया, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. घटना के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है. अनमोल की मौत के बाद परिवार सदमे में है. परिजन मेडिकल संचालक की घोर लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. घटना के बाद मेडिकल संचालक अस्पताल से फरार हो गया.
क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वार्ड क्रमांक 8 निवासी जितेंद्र एक्का की पत्नी अपने बेटे अनमोल एक्का (उम्र 7 वर्ष) को पैर में हुए घाव का इलाज कराने के लिए शंभू मेडिकल शॉप पहुंची थी. परिजनों ने सिर्फ मरहम मांगा था, लेकिन मेडिकल संचालक ने जबरन इंजेक्शन भी लगा दिया. इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत खराब हो गई.
घबराए मेडिकल संचालक ने बच्चे को बाइक से जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां हालत बिगड़ने पर उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया. परिजन अनमोल को मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने रेफर कर दिया. इसके बाद जिला अस्पताल अंबिकापुर में डॉक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल
कोतवाली पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. हालांकि जिले में दर्जनों मेडिकल दुकानों पर झोलाछाप संचालकों द्वारा इलाज किए जाने की शिकायतें लगातार मिलती रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन पहले सख्ती करता तो आज 7 साल के मासूम की जान नहीं जाती. अब देखना होगा कि इस दर्दनाक घटना के बाद प्रशासन कब तक नींद से जागता है और ऐसे झोलाछाप मेडिकल संचालकों पर नकेल कसता है.