Bokaro में एक बार फिर से फोरलेन सड़क निर्माण की दिशा में एक ठोस और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि भारत सरकार की मंज़ूरी के बाद इस परियोजना का प्रारंभिक चरण शुरू हो चुका है: ₹57 करोड़ रुपये की लागत से टेंडर जारी कर दिया गया है।
परियोजना का उद्देश्य और महत्व
यह फ़ोरलेन सड़क निर्माण कार्य बोकारो और धनबाद के बीच यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने का प्रमुख प्रयास है। यहाँ पिछले माह ही शास्त्री चौक (सेक्टर 6) से तेलमच्चो ब्रिज तक की छह किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क के निर्माण को लगभग ₹62 करोड़ रुपये की लागत से मंज़ूरी मिली थी, तालमेल बढ़ाए जाने का संकेत देते हुए राशि में थोड़ी गिरावट देखकर लगता है कि अब ₹57 करोड़ में टेंडर की प्रक्रिया अग्रसर है |
यह सड़क न केवल दो महत्वपूर्ण ज़िलों के बीच कनेक्टिविटी सुधारने में महत्व रखती है, बल्कि आसपास के इलाकों में औद्योगिक और आर्थिक विकास के नए द्वार खोलने की क्षमता भी रखती है ।
केंद्रीय अनुमोदन और टेंडर प्रक्रिया
बोकारो के सांसद के प्रतिनिधि शाम बाबू गुप्ता के अनुसार, सांसद ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी से इस निर्माण की मांग की थी। मंत्री ने सांसद को इस पहल के लिए बधाई देते हुए यह जानकारी दी कि फोरलेन सड़क निर्माण की स्वीकृति दे दी गयी है तथा टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, जिसकी अनुमानित लागत ₹62 करोड़ तय की गयी थी।
हालाँकि नई रिपोर्ट के अनुसार यह टेंडर अब ₹57 करोड़ में जारी किया गया है — संभवतः व्यय में कटौती या कार्य की सीमा में संशोधन के कारण—, यह सकारात्मक संकेत है कि परियोजना वास्तविकता की ओर बढ़ रही है।
भू-आयोग और संभावित लंबाई
हालिया अनुमानों के अनुसार इस परियोजना की लंबाई लगभग 6 किलोमीटर है — जो शास्त्री चौक से तेलमच्चो ब्रिज तक विस्तार हुआ है। इसके अतिरिक्त, यदि ₹57 करोड़ में यह टेंडर सही ठहरता है, तो प्रति किलोमीटर लागत में अनुकूलता दिखाई देती है।
फोरलेन सड़क निर्माण में आम तौर पर न केवल सड़क की चौड़ाई बढ़ाने का काम होता है, बल्कि फुटपाथ, साइकल पथ, जलनिकासी व्यवस्था और चारों ओर की संरचना को भी उन्नत किया जाता है — जिससे इस परियोजना की लागत का आकलन और व्यापक हो जाता है।
संभावित लाभ और क्षेत्रीय प्रभाव
- यातायात में सुधार: बोकारो और धनबाद के बीच यातायात का प्रवाह सहज होगा, जिससे समय की बचत और दुर्घटनाओं में कमी की उम्मीद है।
- आर्थिक वृद्धि: बेहतर सड़क संपर्क से औद्योगिक और कारोबारी गतिविधियों में तेजी आएगी, स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
- स्थानीय विकास: आसपास के गांव, कस्बे और उद्योगपति इस संधार्मिक सड़क से जुड़कर लाभान्वित हो सकते हैं।
- सार्वजनिक सेवाओं में सुधार: आपातकालीन सेवाओं (एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि) की पहुंच तेज होगी, जिससे प्रभावी प्रतिक्रिया संभव हो सकेगी।
समीक्षा व आगे का रास्ता
फ़िलहाल यह परियोजना टेंडर के प्रारंभिक चरण में है। ₹57 करोड़ की घोषणा संकेत देती है कि अगले कुछ सप्ताह या महीनों में निविदा पात्र ठेकेदार चुने जाएंगे और निर्माण कार्य की समयरेखा सामने आएगी।
पिछले ₹62 करोड़ के अनुमोदन और अब ₹57 करोड़ की पुष्टि दर्शाती है कि बजट का पुनरावलोकन और लागत-प्रभावशीलता पर ध्यान दिया जा रहा है। आने वाले दिनों में सूत्रों से यह जानकारी मिलने की उम्मीद है कि साइट निरीक्षण, भूमि स्वामित्व जांच, तथा सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए काम कब से शुरू होगा।
निष्कर्ष
बोकारो में फोरलेन सड़क निर्माण का यह नया कदम — ₹57 करोड़ के टेंडर के साथ — स्थानीय विकास को गति देगा, यातायात बेहतर बनाएगा और औद्योगिक संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा। केंद्रीय मंत्री द्वारा दिए गए अनुमोदन से प्रेरित होकर सांसद और अधिकारियों के इस प्रयास को सराहना मिलती है।
आशा है कि जल्द ही आपको इस परियोजना से संबंधित विस्तृत समयसीमा, ठेकेदार जानकारी और भूमि निर्माण से जुड़े तकनीकी विवरण मिलेंगे।
यदि आप चाहें, तो मैं इस पर और गहराई से जानकारी एकत्र करने में आपकी मदद कर सकता हूँ — जैसे कि अब तक कौन सा ठेका विभाग जिम्मेदार है, ठेकेदार कौन हो सकता है, या स्थानीय प्रशासन की भूमिका क्या है।
Read also:3 Days में पूरा होगा GST रजिस्ट्रेशन, भ्रष्टाचार पर सख्त निगरानी; पीएम मोदी के एलान के बाद बड़ा बदलाव