ज्यादातर महिलाएं कपड़ों और उनके रंग के हिसाब से बिंदी चुनती हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह सही तरीका नहीं है?इससे बिंदी तो कपड़ों से मैच हो जाएगी, लेकिन आपके चेहरे से मेल नहीं खाएगी। तो आइए जानते हैं बिंदी चुनने का सही तरीका क्या है।
महिलाओं के लिए बिंदी का महत्व सिर्फ सजावट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह 16 श्रृंगार का एक बेहद अहम हिस्सा मानी जाती है। अक्सर महिलाएं मेकअप करना छोड़ देती हैं, लेकिन बिंदी लगाना शायद ही कभी भूलती हैं। यही कारण है कि बिंदी सिर्फ माथे पर ही नहीं, बल्कि कई बार शीशे, फ्रिज या घर की दीवारों जैसी अजीब जगहों पर भी चिपकी हुई नजर आ जाती है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अपने लिए सही बिंदी का चुनाव कैसे किया जाए? आमतौर पर 90% महिलाएं कपड़ों और उनके रंग के हिसाब से बिंदी चुनती हैं। यानी अगर कपड़े लाल हैं तो बिंदी भी लाल, अगर नीले हैं तो बिंदी भी नीली। हालांकि, यह तरीका पूरी तरह सही नहीं है।
कपड़ों से मैचिंग बिंदी पहनने से आपका लुक सिंपल जरूर लगता है, लेकिन चेहरे पर वह खास निखार नहीं आता जो आना चाहिए। अगर आप चाहती हैं कि बिंदी लगाकर आप भीड़ से अलग और खूबसूरत दिखें, तो कपड़ों के रंग से ज्यादा ध्यान अपने चेहरे के आकार और पर्सनालिटी पर देना होगा।
यानी बिंदी चुनने का सही तरीका है – अपने चेहरे की कटिंग, माथे की चौड़ाई और चेहरे के नक्शों के हिसाब से सिलेक्ट करना। सही बिंदी आपके पूरे लुक को मिनटों में बदल सकती है और आपकी खूबसूरती को दोगुना कर सकती है।
बिंदी क्यों लगाई जाती है
बिंदी भारतीय संस्कृति में सिर्फ सजावट का साधन नहीं है, बल्कि इसके पीछे परंपरा, धार्मिक आस्था और वैज्ञानिक कारण भी जुड़े हुए हैं। बिंदी आमतौर पर माथे के बीच यानी दोनों भौंहों के बीच लगाई जाती है, जिसे आज्ञा चक्र या तीसरी आँख का स्थान माना जाता है। यह जगह ज्ञान और ऊर्जा का केंद्र होती है, इसलिए यहां बिंदी लगाने से मन एकाग्र रहता है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
धार्मिक दृष्टि से भी बिंदी का विशेष महत्व है। इसे मंगल और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। विवाहित महिलाएं इसे अपने पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख के लिए पहनती हैं। वहीं, सौंदर्य की दृष्टि से देखा जाए तो बिंदी चेहरे की खूबसूरती को और निखार देती है।
वैज्ञानिक रूप से भी बिंदी लगाने के फायदे बताए गए हैं। माथे का यह स्थान नसों का केंद्र होता है, जिस पर हल्का दबाव पड़ने से तनाव कम होता है, सिरदर्द में राहत मिलती है और नींद भी अच्छी आती है। यही वजह है कि महिलाएं रोजाना मेकअप छोड़ सकती हैं लेकिन बिंदी लगाना नहीं भूलतीं।
आज के समय में बिंदी केवल परंपरा और धर्म तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह फैशन और स्टाइल का अहम हिस्सा बन चुकी है। चाहे साड़ी हो या जींस, बिंदी हर लुक को कंप्लीट करती है और महिला के आत्मविश्वास के साथ उसकी खूबसूरती को भी बढ़ा देती है।
माथे से पता चलेगा कैसी बिंदी चुने?

यूट्यूबर राशी कुचरू ने अपने चैनल पर बिंदी को लेकर एक खास वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने समझाया कि बिंदी का सही चुनाव करने के लिए सबसे पहले माथे के शेप को देखना जरूरी है। उन्होंने वीडियो में 4 तरह के अलग-अलग माथे के शेप बताए और यह भी बताया कि अगर आपका माथा इनमें से किसी शेप का है, तो आपको किस साइज और स्टाइल की बिंदी लगानी चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
लंबे माथे वाली महिलाओं के लिए बिंदी का चुनाव थोड़ा सोच-समझकर करना चाहिए। अगर माथा बड़ा और लंबा है तो बड़ी या लम्बी बिंदी चेहरे को और भी लंबा दिखा सकती है। ऐसे में छोटे साइज की गोल या मध्यम आकार की बिंदी चुनना सबसे सही माना जाता है।गोल और छोटी बिंदी माथे के आकार को संतुलित करती है और चेहरा ज्यादा आकर्षक और सुंदर दिखता है। चाहें तो रंग-बिरंगी छोटी बिंदी या स्टोन वाली सादी बिंदी भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
लंबे माथे पर बड़ी लाल या लंबी बिंदी से बचना चाहिए, वरना चेहरा और भी खिंचा हुआ लगेगा।
छोटा माथा होने पर थोड़ी बड़ी या लंबी बिंदी लगानी चाहिए। इससे माथा संतुलित दिखता है और चेहरा ज्यादा आकर्षक लगता है। बहुत छोटी या हल्की रंग की बिंदी न लगाएं, वरना चेहरा फीका और माथा और छोटा नजर आएगा।