भारत के पर्वतारोहण इतिहास में एक नया स्वर्ण अध्याय जुड़ गया है। हैदराबाद के पर्वतारोही भारत थम्मिनेनी ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो अब तक किसी भारतीय ने नहीं किया था। उन्होंने दुनिया की सभी 8,000 मीटर से अधिक ऊँचाई वाली चोटियों को सफलतापूर्वक फतह कर लिया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि से भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोहण मानचित्र पर और भी चमक उठा है।
एक असाधारण उपलब्धि
भारत थम्मिनेनी ने हाल ही में अन्नपूर्णा पर्वत (8,091 मीटर) को फतह करते हुए यह रिकॉर्ड पूरा किया। इससे पहले वे एवरेस्ट, K2, कंचनजंगा, ल्होत्से, और मकालू जैसी खतरनाक चोटियों पर भी विजय प्राप्त कर चुके हैं। यह कारनामा हासिल करने में उन्हें लगभग 9 वर्ष लगे — जिसमें उन्होंने कठिन मौसम, ऑक्सीजन की कमी और बर्फ़ीले तूफ़ानों जैसी कठिन चुनौतियों का सामना किया।
दुनिया के चुनिंदा पर्वतारोहियों में शामिल
भारत थम्मिनेनी अब दुनिया के उन कुछ पर्वतारोहियों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने सभी 14 प्रमुख 8,000 मीटर से अधिक ऊँची चोटियों को फतह किया है। यह न केवल भारत के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि एशियाई पर्वतारोहण इतिहास में भी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
थम्मिनेनी का संदेश युवाओं के लिए
भारत थम्मिनेनी ने अपनी इस सफलता को भारत के युवाओं को समर्पित करते हुए कहा —
“अगर आप में जुनून और निरंतरता है, तो कोई भी पर्वत ऊँचा नहीं रह जाता। भारत में पर्वतारोहण का भविष्य उज्जवल है, और हमें इसे और ऊँचाइयों तक ले जाना है।” उनकी इस प्रेरणादायक यात्रा ने देशभर के युवा साहसिक खेल प्रेमियों में नया जोश भर दिया है।
सरकार और समाज की सराहना
तेलंगाना सरकार ने भारत थम्मिनेनी को राज्य गौरव पुरस्कार देने की घोषणा की है। साथ ही, भारत सरकार भी उन्हें “राष्ट्रीय खेल सम्मान” से सम्मानित करने पर विचार कर रही है। सोशल मीडिया पर उनके सम्मान में बधाइयों की बाढ़ आ गई है।