भारत में 14 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमत ₹1,28,680 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच गई, जो अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। इस अप्रत्याशित वृद्धि के पीछे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिकी-चीन व्यापार तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदें प्रमुख कारण हैं।
सोने की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि
सोने की कीमतों में यह वृद्धि निवेशकों की सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बढ़ती रुचि को दर्शाती है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों और अमेरिकी-चीन व्यापार तनावों के कारण सोने की मांग में वृद्धि हुई है, जिससे इसकी कीमतों में तेज़ी आई है।
ब्याज दरों में संभावित कटौती का प्रभाव
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदें सोने की कीमतों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण हैं। कम ब्याज दरें सोने को एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती हैं, क्योंकि इससे अन्य निवेशों की तुलना में सोने की अपील बढ़ जाती है।
भारत में सोने की कीमतों का वैश्विक संदर्भ
भारत में सोने की कीमतों में यह वृद्धि वैश्विक बाजारों की प्रवृत्तियों के अनुरूप है। अमेरिका में सोने की कीमत $4,179.48 प्रति औंस तक पहुँच गई है, जो अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है। इससे संकेत मिलता है कि वैश्विक निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
निवेशकों को सोने में निवेश करते समय अपनी वित्तीय स्थिति और निवेश उद्देश्यों का मूल्यांकन करना चाहिए। वर्तमान में सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण, यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक सोने में निवेश करने से पहले अपने जोखिम सहिष्णुता और निवेश क्षितिज पर विचार करें।