रायपुर : राजधानी रायपुर में दशहरे का पर्व इस बार और भी भव्य रूप से मनाया जा रहा है। शहर के प्रसिद्ध WRS कॉलोनी मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव कार्यक्रम में इस वर्ष विशेष आकर्षण 101 फीट ऊंचे रावण का पुतला है, जिसे देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसके साथ ही कुंभकरण और मेघनाथ के 81-81 फीट लंबे पुतले भी तैयार किए गए हैं। दशहरे की इस महाआरती और रावण दहन कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विशेष रूप से शामिल हुए।
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हर साल की तरह इस बार भी WRS कॉलोनी का दशहरा उत्सव प्रदेशभर में चर्चा का विषय रहा। आयोजकों ने बताया कि इस बार रावण का पुतला प्रदेश का सबसे बड़ा पुतला है, जिसकी ऊंचाई 101 फीट रखी गई है। वहीं, कुंभकरण और मेघनाथ के 81 फीट के विशाल पुतलों को भी मैदान में खड़ा किया गया। शाम ढलते ही आतिशबाजी के बीच जब इनका दहन हुआ तो पूरा मैदान “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। दशहरा उत्सव की शुरुआत पारंपरिक पूजा और हवन से हुई। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
जिसमें स्थानीय कलाकारों और बच्चों ने भगवान राम के जीवन पर आधारित झांकियां और नृत्य प्रस्तुत किया। मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्यपाल रमेन डेका ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया और आमजन को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि दशहरा असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमें सदैव धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की सुरक्षा और समृद्धि सरकार की प्राथमिकता है और विजयादशमी जैसे पर्व हमें एकजुट होकर आगे बढ़ने की सीख देते हैं। वहीं, राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि दशहरा केवल धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह सामाजिक एकता और बुराई के खात्मे का प्रतीक है।