कोरबा : वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद कटघोरा वनमंडल के केंदई व एतमानगर रेंज में हाथियों का उत्पात जारी है। बीती रात 26 की संख्या में घूम रहे हाथियों के दल ने केंदई रेंज के फुलसर व रोदे गांव में कहर ढाते हुए 17 से अधिक किसानों के धान की फसल को मटियामेट कर दिया। हाथियों का उत्पात क्षेत्र में रात भर चला।
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इस दौरान हाथी खेतों में डटे रहे और एक के बाद एक फसल को रौंदते हुए तहस-नहस कर दिया। दोनों ही स्थानों पर फसल रौंदने के बाद हाथियों का दल रोदे पहाड़ पहुंचा और वहां विश्राम करने लगा है। पीडि़त ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी के आंकलन में जुट गया है। हाथियों द्वारा क्षेत्र में लगातार उत्पात मचाए जाने तथा फसलों को रौंदे जाने से ग्रामीण परेशान हैं। उन्हें न तो वन विभाग ही राहत दिया पा रहा है और न ही जिला प्रशासन।
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वन्य प्राणियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने पर वन विभाग की ओर से मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है लेकिन यह मुआवजा इतना कम होता है कि ग्रामीणों को हुए नुकसान की तुलना में काफी कम और ऊंट के मुंह में जीरा के समान होता है। ग्रामीणों द्वारा मुआवजा राशि बढ़ाए जाने की मांग लगातार की जा रही है लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिससे उनमें गहरा आक्रोश है। उधर एतमानगर रेंज के हरमोर, आमाटिकरा तथा मड़ई क्षेत्र में भी 26 हाथी सक्रिय हैं। हाथियों ने इन स्थानों पर भी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिसका आंकलन जारी है।