Mumbai: गणेश चतुर्थी पर देशभर की निगाहें हमेशा मुंबई के लालबाग के राजा पर टिकी रहती हैं। इस साल भी बप्पा का भव्य श्रृंगार भक्तों का ध्यान खींच रहा है। लालबाग के राजा को इस बार सोने का मुकुट, बैंगनी रंग की रेशमी धोती, खास हार और चक्र पहनाए गए हैं। लेकिन इसके पीछे सिर्फ शोभा नहीं बल्कि गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है।
सोने का मुकुट – शक्ति और समृद्धि का प्रतीक
लालबाग के राजा को इस बार सोने का मुकुट पहनाया गया है। परंपरा के अनुसार मुकुट भगवान गणेश की शक्ति और उनके ‘राजा स्वरूप’ का प्रतीक माना जाता है। सोना हिंदू धर्म में समृद्धि, लक्ष्मी और शुभता का प्रतीक है। भक्तों का विश्वास है कि सोने का मुकुट पहनाने से बप्पा अपने भक्तों को धन-धान्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
बैंगनी धोती – राजसी ठाठ और शांति का संदेश
इस साल गणपति बप्पा को बैंगनी रंग की धोती पहनाई गई है। बैंगनी रंग को राजसी ठाठ और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह रंग शांति, आत्मविश्वास और दिव्यता का भी द्योतक है। आयोजकों का कहना है कि बप्पा को यह रंग इसलिए पहनाया गया ताकि भक्तों को आंतरिक शक्ति और सकारात्मकता का संदेश मिले।
हार और चक्र का महत्व
लालबाग के राजा को इस बार बेहद खूबसूरत हार और चक्र भी पहनाए गए हैं। हार भगवान गणेश की महिमा और भक्तों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक है। वहीं चक्र धर्मचक्र का प्रतीक माना जाता है, जो यह संदेश देता है कि धर्म और सत्य की जीत हमेशा होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चक्र संरक्षण और रक्षा का भी प्रतीक है। इसे पहनाकर यह संदेश दिया जाता है कि बप्पा अपने भक्तों को हर विपत्ति से बचाते हैं।
भक्तों में बढ़ा आकर्षण
श्रृंगार के इस अद्भुत संगम ने भक्तों को और भी आकर्षित किया है। लालबाग के राजा के दर्शन के लिए हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु मुंबई पहुँच रहे हैं। भक्तों का कहना है कि बप्पा का इस साल का श्रृंगार न सिर्फ राजसी है बल्कि इसमें धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश भी छिपा है।
परंपरा और भक्ति का संगम
लालबाग के राजा का श्रृंगार हर साल खास होता है। आयोजक समिति का कहना है कि श्रृंगार सिर्फ सुंदरता के लिए नहीं बल्कि धार्मिक मान्यताओं और भक्तों की आस्था को ध्यान में रखकर किया जाता है।
सोने का मुकुट, बैंगनी धोती, हार और चक्र—इन सभी का संदेश यही है कि बप्पा भक्तों के लिए शक्ति, समृद्धि, शांति और सुरक्षा लेकर आए हैं।
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