बलौदाबाजार : जिले के कसडोल विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अरविंद ध्रुव को कार्यालय में घुसकर धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में शिक्षक नेता सुशील साहू अपनी पत्नी के युक्तियुक्तकरण के तहत हुए स्थानांतरण से नाराज़ होकर तमतमाते हुए देखे जा सकते हैं और “देख लेने” की धमकी देते सुने जा रहे हैं। यह वीडियो भले ही एक माह पुराना हो लेकिन इस पर अब प्रशासन ने संज्ञान लिया है और आज दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार ने एकल शिक्षक और शिक्षकविहीन विद्यालयों में बच्चों की संख्या के आधार पर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की थी। इस प्रक्रिया के तहत कई शिक्षक-शिक्षिकाएं अतिशेष घोषित किए गए जिन्हें ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से विद्यालय चयन का विकल्प दिया गया। इसी प्रक्रिया में प्राथमिक शाला अमलीडीह में पदस्थ शिक्षिका विनीता साहू का स्थानांतरण प्राथमिक शाला वीरनारायणपुर किया गया।
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इस निर्णय से नाराज़ उनके पति सुशील साहू, जो स्वयं कर्मचारी नेता हैं अपने कुछ साथियों के साथ बीईओ कार्यालय पहुंचे और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अरविंद ध्रुव से अभद्रता करते हुए उन्हें धमकाने लगे। इस घटना की शिकायत बीईओ अरविंद ध्रुव ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से की थी। शिकायत के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने दो विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों राजेंद्र टंडन और नरेंद्र वर्मा को जांच समिति का सदस्य नियुक्त किया है। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और धमकी देने वाले शिक्षक नेता पर प्रशासनिक स्तर पर क्या कार्रवाई की जाती है। यह भविष्य की कार्यवाही का विषय होगा।