जन्माष्टमी 2025 का उल्लास
पूरे देश में इस समय कृष्ण जन्माष्टमी 2025 की धूम है। मथुरा-वृंदावन और इस्कॉन मंदिरों में भक्तगण बड़ी संख्या में जुट चुके हैं। आधी रात बारह बजे कान्हा के जन्मोत्सव का विशेष आयोजन होगा। इस वर्ष जन्माष्टमी दो दिन – 15 और 16 अगस्त को मनाई जा रही है क्योंकि चंद्र अष्टमी तिथि एक साथ पड़ रही है।
Rabindra Jain के भजन के बिना अधूरा पर्व
जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण के भजन गाए और सुने जाते हैं। इनमें सबसे लोकप्रिय है महान संगीतकार और गायक Rabindra Jain का भजन – “श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा”। इसे सुने बिना भक्तों का जश्न अधूरा लगता है।
Rabindra Jain की अमर धरोहर
बचपन से नेत्रहीन होने के बावजूद Rabindra Jain ने संगीत की दुनिया में अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘सौदागर’ से की और आगे चलकर रामानंद सागर की ‘रामायण’ में भी कई भजन गाए, जिनमें ‘मंगल भवन अमंगल हारी’ खासा लोकप्रिय हुआ।
View this post on Instagram
‘श्री कृष्ण गोविंद’ का जादू
भक्तों के दिलों पर सबसे गहरी छाप ‘श्री कृष्ण गोविंद’ ने छोड़ी है। यह भजन भक्तिमय माहौल में मन को भक्ति और शांति से भर देता है। यही कारण है कि इसे यूट्यूब पर अब तक 123 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और जन्माष्टमी पर यह भजन भक्तों की पहली पसंद बना रहता है।