Microsoft का बड़ा दावा: 5 साल में खत्म हो जाएगी Mouse-KeyBoard की जरूरत, AI से बदल जाएगा लैपटॉप का इस्तेमाल
Microsoft ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर तकनीकी दुनिया में हलचल मचा दी है। Company के मुताबिक, आने वाले 5 सालों में लैपटॉप का इस्तेमाल पूरी तरह बदल जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेज़ तरक्की के चलते पारंपरिक कीबोर्ड और माउस की जरूरत खत्म हो जाएगी।
भविष्य के इन हाई-टेक लैपटॉप को आप सिर्फ अपनी आवाज़ या हाथ के इशारों से नियंत्रित कर पाएंगे। यह बदलाव न केवल काम करने का तरीका आसान करेगा, बल्कि डिवाइस के साथ इंटरैक्शन को भी पहले से कहीं ज़्यादा तेज़, स्मार्ट और पर्सनलाइज्ड बना देगा।
माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि यह तकनीकी क्रांति पूरी तरह से AI की वजह से संभव होगी, जो डिवाइस को इतना स्मार्ट बना देगी कि वह आपके कमांड को तुरंत समझकर एक्शन ले सके।
दुनिया तेज़ी से हाई-टेक हो रही है और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आने के बाद यह रफ्तार और भी बढ़ गई है। क्या आपने कभी सोचा है कि आप बिना कीबोर्ड और माउस के अपना लैपटॉप चला रहे हैं? सुनने में भले अजीब लगे, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि अगले 5 साल में यह हकीकत बन जाएगा।
2030 में बदल जाएगा लैपटॉप का इस्तेमाल
माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक 2030 तक ऐसे सुपर स्मार्ट लैपटॉप आ जाएंगे, जिन्हें चलाने के लिए कीबोर्ड या माउस की जरूरत नहीं होगी। ये डिवाइस आपकी आवाज़ या हाथ के इशारों से तुरंत कमांड समझकर काम करेंगे। माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट डेविड वेस्टन का कहना है कि आने वाले समय में माउस और कीबोर्ड का इस्तेमाल उतना ही पुराना लगेगा, जितना आज की जनरेशन को DOS सिस्टम अजीब लगता है।
माइक्रोसॉफ्ट का ‘Windows 2030 Vision’
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने यूट्यूब पर एक वीडियो जारी किया है, जिसका नाम है ‘Microsoft Windows 2030 Vision’। इसमें दिखाया गया है कि AI आने वाले समय में हमारे लैपटॉप और कंप्यूटर के साथ बातचीत का तरीका पूरी तरह बदल देगा। माउस और कीबोर्ड की जगह आप सिर्फ वॉइस कमांड और जेस्चर कंट्रोल से ही काम कर पाएंगे।
Copilot AI Chatbot से बदलेगा अनुभव
माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य है कि लोग अपने डेस्कटॉप और लैपटॉप से ऐसे बात करें, जैसे किसी दोस्त से बात कर रहे हों। इसके लिए कंपनी ने अरबों रुपये खर्च करके Copilot AI Chatbot को विंडोज और ऑफिस में इंटिग्रेट किया है। अब आप सिर्फ “Hey Copilot” कहकर सिस्टम से काम करवा सकते हैं—चाहे सेटिंग बदलनी हो या इंटरनेट पर कोई जानकारी ढूंढनी हो।
AI से मिलेगा Personal Security एक्सपर्ट
डेविड वेस्टन के अनुसार, अगले कुछ सालों में AI ऐसा सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी देगा, जो इंसानों की तरह बात करेगा। पहले यह सुविधा सिर्फ बड़ी कंपनियों के पास थी, लेकिन जल्द ही छोटे कारोबारियों को भी इसका फायदा मिलेगा।
read also: शिकोहपुर जमीन घोटाला: ED ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दायर की चार्जशीट, ₹58 करोड़ का राज क्या