अनिरुद्धाचार्य पर साधु-संतों की खुली नाराज़गी, महापंचायत में उठी आवाज़, अब समिति रखेगी नजर
Vrindavan – प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को लेकर वृंदावन के साधु-संतों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर हाल ही में वृंदावन में एक महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें संत समाज ने एकमत होकर कड़ी नसीहत दी और भविष्य में उनके कथन व कार्यों की निगरानी के लिए विशेष समिति के गठन का निर्णय लिया।
Mahapanchayat में क्या हुआ?
महापंचायत में वृंदावन के प्रमुख संतों ने अनिरुद्धाचार्य के कथनों, मंचीय व्यवहार और कथित बयानों पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक मंच पर दिखावा, आत्मप्रशंसा और परंपराओं से हटकर व्यवहार धार्मिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाता है।
संतों की चेतावनी: धर्म मंच को ना बनाएं प्रदर्शन मंच
महापंचायत में वक्ताओं ने कहा:
“धर्म का मंच आत्मप्रदर्शन के लिए नहीं है, यह जनकल्याण और अध्यात्म का माध्यम होना चाहिए। अनिरुद्धाचार्य को मर्यादा में रहकर कथा करनी चाहिए।”
अब समिति करेगी निगरानी
पंचायत में यह भी तय किया गया कि भविष्य में अनिरुद्धाचार्य के कार्यक्रमों की निगरानी एक संत समिति द्वारा की जाएगी। यदि वे मर्यादा और धर्म के मूल्यों से भटकते हैं, तो उनके कार्यक्रमों पर प्रतिबंध की सिफारिश की जा सकती है।
विवाद की जड़ क्या है?
हाल ही में अनिरुद्धाचार्य पर कथाओं में आत्मप्रशंसा, विवादित टिप्पणियाँ, और शोमैनशिप जैसे व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हुई थी। इसे लेकर धार्मिक समुदाय ने सख्ती से नाराजगी जाहिर की है।
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