AI का डरावना सच: अब HR और जॉब देने वालों की नौकरी भी खतरे में! CEO ने किया बड़ा खुलासा
क्या AI ले जाएगा HR की नौकरी भी?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से उस मुकाम पर पहुंच गया है जहां यह सिर्फ नौकरियों को आसान नहीं बना रहा, बल्कि उन्हें पूरी तरह से बदल भी रहा है। अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि नौकरी देने वाले खुद अपनी नौकरी के लिए डरने लगे हैं।
पर्प्लेक्सिटी के CEO अरविंद श्रीनिवास ने हाल ही में एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि HR और एडमिन असिस्टेंट जैसे पद अब AI की चपेट में हैं। कंपनियां तेजी से AI टूल्स को अपना रही हैं जो इनकी जगह बेहतर और तेज़ी से काम कर रहे हैं।
AI कैसे कर रहा है हफ्तों का काम मिनटों में?
CEO श्रीनिवास ने बताया कि AI आधारित टूल्स, जैसे Comet का AI एजेंट, अब Gmail, Google Calendar और LinkedIn जैसे प्लेटफॉर्म से जुड़कर ऑटोमेटेड वर्कफ्लो तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा:
“Recruiter का जो काम पहले हफ्तों में होता था, अब वो सिर्फ एक AI Prompt से पूरा हो सकता है।”
AI से कैसे बदल रही है भर्ती प्रक्रिया?
AI अब न सिर्फ सही कैंडिडेट की पहचान कर सकता है, बल्कि:
- कैंडिडेट की पूरी प्रोफाइल बना सकता है
- Google Sheets में डेटा सेव कर सकता है
- ऑटोमेटेड फॉलोअप कर सकता है
- हायरिंग की प्रक्रिया भी खुद पूरी कर सकता है
यानी पहले जो काम एक टीम करती थी, अब AI एक क्लिक में कर रहा है।
Google, Microsoft , और TCS जैसी कंपनियों की छंटनी इसका सबूत
हाल के महीनों में Google, Microsoft और TCS जैसी दिग्गज कंपनियों में छंटनी हुई है, जो इस बात का संकेत है कि AI के कारण इंसानी कर्मचारियों की जरूरत कम हो रही है। कंपनियां अब लागत कम करने के लिए AI-संचालित सिस्टम को प्राथमिकता दे रही हैं।
क्या भविष्य में HR रहेंगे ही नहीं?
AI का इस्तेमाल बढ़ने के साथ यह सवाल गंभीर होता जा रहा है। क्या भविष्य में मानव HR की जगह पूरी तरह AI ले लेगा?
CEO श्रीनिवास का जवाब साफ है –
“AI का यह डरावना सच है कि नौकरी देने वाले अब खुद जॉब सिक्योरिटी के लिए चिंता में हैं।”