चुनाव आयोग ने आज इलेक्टोरल कॉलेज के नाम को फाइनल कर दिया है यानी उपराष्ट्रपति चुनावों में वोट करने वाले सांसदों की सूची बना ली गई है. आयोग के मुताबिक, लोकसभा और राज्यसभा के चुने हुए और नॉमिनेटेड सांसद इसमें वोट करेंगे. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, अगले सप्ताह उपराष्ट्रपति चुनावों के तारीखों का ऐलान किया जाएगा. आयोग नोटिफिकेशन जारी कर नॉमिनेशन और चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. आज आयोग ने निर्वाचक मंडल को बना दिया है, इसका मतलब है कि अब कोई नया सदस्य इसमें नहीं जुड़ेगा. यही इलेक्टोरल कॉलेज अब उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट करेगा. बता दें कि इससे पहले आयोग ने राज्यसभा के महासचिव को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया है. गौरतलब है कि संसद के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था.
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चुनाव की गुणा-गणित
लोकसभा के 543 सदस्य और राज्यसभा के 245 सदस्य (कुल 788 सदस्य) इसमें वोट करते हैं. राज्यसभा में BJP के 99 सांसद हैं, जबकि सहयोगी दलों को जोड़ें तो यह संख्या 129 तक जाती है. वहीं लोकसभा में BJP अकेले 240 सांसदों के साथ सबसे बड़ी ताकत है. NDA मिलाकर यह आंकड़ा 293 हो जाता है. दूसरी ओर लोकसभा में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के अपने 99 सदस्य हैं और उसे दो निर्दलीय सांसदों का हासिल है. इस तरह उसके पास उसके पास कुल 101 सांसद हैं. सदन में विपक्षी खेमे के सांसदों की संख्या 235 है. वहीं राज्यसभा में कांग्रेस अपने 27 सांसदों के साथ I.N.D.I.A. गठबंधन के 77 सांसदों का हिस्सा है.
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उपराष्ट्रपति पद की पात्रता
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए, कम से कम 35 वर्ष का होना चाहिए, राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के योग्य होना चाहिए और किसी भी संसदीय क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत होना चाहिए. उन्हें राष्ट्रपति, राज्यपाल या मंत्री जैसे पदों को छोड़कर, केंद्र या राज्य सरकारों के अधीन किसी भी लाभ के पद पर नहीं होना चाहिए.